Rewa News: दरअसल, सेमरिया थाना क्षेत्र के खड्डा गांव निवासी गिरीश शाक्य अपने खेत में बोरिंग करवा रहे थे। बोरिंग काफी अंदर तक की गई थी। लेकिन तभी ऐसी घटना घटी कि वहां मौजूद हर कोई यह देखकर हैरान रह गया कि आखिर हो क्या रहा है। दरअसल, बोर से पानी के साथ आग की लपटें निकलने लगीं। पहले तो वहां मौजूद लोग यह अजीबोगरीब घटना देखकर डर गए, उन्हें समझ में ही नहीं आया कि क्या हो रहा है। फिर उन्होंने आग बुझाने की कोशिश की। लेकिन आग की लपटें और तेज होती गईं।
जमीन के अंदर से क्यों निकलती है आग
जमीन के अंदर से आग निकलने का कारण वहां मौजूद गैसें हैं। जमीन के अंदर मौजूद गैसों की मात्रा के आधार पर आग लगने का समय और अवधि तय होती है। जमीन के अंदर से आग निकलने की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। जिसकी एक वजह मिथेन और अन्य गैस होती है। रीवा में जिस बोरवेल से आग निकल रही थीं वो भी मिथेन गैस (CH4) की वजह बताई गई हैं।
मीथेन गैस के कई उपयोग हैं, जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं:
मीथेन प्राकृतिक गैस का मुख्य घटक है। इसका उपयोग औद्योगिक संयंत्रों को ईंधन देने, घरों में बिजली पैदा करने और एयर कंडीशनर चलाने के लिए किया जाता है।
मीथेन का उपयोग तरल रूप में रॉकेट ईंधन के रूप में किया जाता है।
मीथेन का उपयोग ओवन, घरों, वॉटर हीटर, रासायनिक रिएक्टरों और भट्टियों को गर्म करने के लिए किया जाता है।
मीथेन का उपयोग औद्योगिक रासायनिक प्रक्रियाओं में भी किया जाता है।
मीथेन से हाइड्रोजन और कुछ कार्बनिक रसायन बनाए जाते हैं।
मीथेन से प्राप्त रसायनों में मेथनॉल, क्लोरोफॉर्म, कार्बन टेट्राक्लोराइड और नाइट्रोमीथेन शामिल हैं।
मीथेन के अधूरे दहन से कार्बन ब्लैक बनता है, जिसका उपयोग ऑटोमोबाइल टायरों के लिए इस्तेमाल होने वाले रबर में किया जाता है।
मीथेन एक ग्रीनहाउस गैस है और पर्यावरण को प्रभावित करती है। मीथेन की खोज एलेसेंड्रो वोल्टा ने 1776 और 1778 के बीच मैगीगोर झील से मार्श गैस का अध्ययन करते समय की थी।
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