Sunday , 13 July 2025
    भारतीय कुश्ती महासंघ की तीन दिन में ही मौत हो गई
    रीवा टुडे

    rewa today :भारतीय कुश्ती महासंघ की तीन दिन में ही मौत हो गई?

    Indian Wrestling Federation died within three days?

    Rewa Today Desk :एक लंबे अंतराल के बाद कुश्ती महासंघ एक बार फिर से चर्चाओं में है . पिछले दिनों जिस तरीके से साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया ने सवाल उठाए थे, उसके बाद से सरकार ने तत्काल एक्शन लिया, और तीन दिन में ही खेल मंत्रालय ने कुश्ती महासंघ की नई कमेटी को निलंबित कर दिया. माना जा सकता है, तीन दिन में ही कुश्ती महासंघ की मौत हो गई.

    Wrestlers, the pride of the country, in custody

    21 दिसंबर को ही चुनाव हुए थे कुश्ती महासंघ का चुनाव तीन दिन पहले 21 दिसंबर को हुए थे. इस चुनाव में गोंडा के सांसद पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह को दूर रहने के लिए कहा गया था. लेकिन उनके करीबी संजय सिंह अध्यक्ष पद पर चुन लिए गए ,उसके बाद ही ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक ने पत्रकार वार्ता करके अपने जूते जिस तरीके से उतारे, और उसके बाद बजरंग पूनिया ने प्रधानमंत्री आवास के सामने अपना पद्मश्री पदक रखकर वापसी की घोषणा कर दी. उसके बाद सरकार ने तत्काल कार्रवाई करते हुए कुश्ती महासंघ की नई कमेटी को निलंबित कर दिया है. इस फैसले को लेकर जहां एक और पहलवानों के चेहरे पर खुशी है, वही बृजभूषण सिंह परेशान नजर आ रहे हैं.

    क्या कहा साक्षी मलिक ने बृजभूषण सिंह के खिलाफ सर्वाधिक मुखर रही साक्षी मलिक, ओलंपिक पदक विजेता ने पिछले दिनों पत्रकार वार्ता करके अपने जूते उतार कर कुश्ती से संन्यास की घोषणा की थी. उनसे जब इस बारे में पूछा गया तो उनका कहना था, खेल मंत्रालय द्वारा भारतीय कुश्ती महासंघ की नई बॉडी को निलंबित करने की खबर को मैंने अभी देखा नहीं है, मुझे नहीं पता केवल संजय सिंह को निलंबित किया गया, या चुने गए सभी पदाधिकारी निलंबित किए गए हैं. संस्था को निलंबित कर दिया है. अभी कोई जानकारी नहीं है, साक्षी मलिक का कहना था. हमारी लड़ाई सरकार से नहीं हमारी लड़ाई महिला पहलवानों के लिए है. मैंने संन्यास की घोषणा कर दी है. लेकिन चाहती हूं आने वाले पहलवान को न्याय मिले. उन्होंने कहा पहलवानों की भलाई के लिए हुआ है, हम तो कह रहे थे, यहां बेटियों और बहनों की लड़ाई है.
    अध्यक्ष का कहना मुझे नहीं मिला पत्र कुश्ती महासंघ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष संजय सिंह से जब इस बारे में पूछा गया, तो उनका कहना था, मैं फ्लाइट में था, मुझे कोई भी पत्र नहीं मिला है. पत्र देख लूं उसके बाद ही मैं कुछ बोलूंगा .मुझे केवल इतनी जानकारी है, कुछ हुआ है ,लेकिन क्या हुआ है अभी नहीं मालूम.
    पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा पूरे विवाद के केंद्र बिंदु में रहे कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का कहना था, सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव हुए, और संस्था का गठन किया गया. अब महासंघ के सदस्यों का निर्णय है कि वे सरकार से बात करना चाहते हैं या कानूनी कार्रवाई करना चाहते हैं. फिलहाल मेरा इस मामले में कोई भी लेना-देना नहीं है. बृजभूषण का कहना था, मैंने पहलवानों के लिए 12 साल काम किया, समय पर छोड़ दीजिए ,समय बताएगा मैं ने क्या न्याय किया है .अब फैसला संघ और सरकार के साथ बातचीत महासंघ के निर्वाचित लोगों द्वारा की जाएगी. बृजभूषण ने आगे कहा संजय सिंह मेरे रिश्तेदार नहीं. अंडर 15 और अंडर 20 नंदिनी नगर में नागरिकों को यह सुनिश्चित करने के लिए था ,खेल आयोजन फिर से शुरू हो रहे हैं. दरअसल सारा विवाद इसी को लेकर था बृजभूषण के इलाके में दो बड़े ट्रायल की घोषणा.

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