अध्यक्ष के रवैया से नाराज होकर, बैकुंठपुर नगर पालिका परिषद से चारो पार्षदों का इस्तीफा. वीरेंद्र सोनी, तारावती आदिवासी ,कमल कुमारी साकेत बृजेश बरेठा, ने पी आई सी से दिया इस्तीफा सभी पार्षद भारतीय जनता पार्टी के हैं.
Rewa Today Desk : जिले में भारतीय जनता पार्टी में लगातार बगावत के सुर नजर आ रहे हैं. कहीं विधायक आपस में लड़ रहे हैं. तो कहीं अध्यक्ष पार्षद. इस बार मामला सामने आया है, रीवा से महज 20 किलोमीटर दूर बैकुंठपुर से, जहां भारतीय जनता पार्टी के चार पार्षदों ने बैकुंठपुर पालिका काउंसिल से इस्तीफा दे दिया. यह अपने आप में काफी बड़ी खबर है.
क्यों दिया इस्तीफा
नगर परिषद बैकुंठपुर के चार पार्षदों ने इस्तीफा देते हुए बताया कि, ढाई साल हुए हम लोग को परिषद का सदस्य बने हुए. जब पहली मीटिंग हुई थी, तब 49 प्रस्ताव पास हुए थे. ढाई सालों में एक दो को छोड़कर कहीं भी काम प्रारंभ नहीं हुआ. आखिर जनता ने हमें चुना, जनता को हमें जवाब देना पड़ता है. अध्यक्ष अपनी मनमानी करते हैं. जब हम लोग की सुनवाई ही नहीं है, तो हम लोग के सदस्य रहने का क्या फायदा. जिसके चलते आज हम लोगों ने अपने-अपने इस्तीफा मुख्य नगर पालिका अधिकारी को सौप दिया है.





क्यों बनाई गई थी बैकुंठपुर नगर परिषद
बैकुंठपुर के विकास के लिए रूपरेखा बनाकर बैकुंठपुर का विकास करना था. इसलिए पार्षदों के चुनाव के बाद चुने गए पार्षदों में से बैकुंठपुर नगर परिषद PIC का गठन हुआ, हर पार्षदों का हर विभाग का मूल अधिकार मिला, जलकर नवनिर्माण क्रय विक्रय से लेकर कई पार्षदों को मूल अधिकार मिले हैं. लेकिन परिषद के सदस्यों का कहना है, उनके हिसाब से कोई भी काम नहीं हो रहा. जैसा की नगर परिषद में समय-समय पर कार्य होना चाहिए. हमारे यहां की सबसे बड़ी समस्या, स्वच्छता, मीठे पानी से लेकर नाली निर्माण, सड़क निर्माण, सामुदायिक भवन, सड़क निर्माण, तालाबों के सौंदर्य करण की थी. लेकिन सभी निर्माण कार्य अधूरे पड़े हुए हैं. हम लोगों ने पिछली बैठक पर कई एजेंडा को गति न मिलने पर विकास कार्य अधूरे किए जाने पर सवाल उठाए थे. लेकिन हमारी नहीं सुनी गई. जिसके चलते आज हम लोगों ने असंतुष्ट होने के कारण pic पद से इस्तीफा दे दिया.
इन पार्षदों ने दिया इस्तीफा
बैकुंठपुर नगर परिषद से इस्तीफा देने वाले भाजपा के चार पार्षद, वीरेंद्र सोनी, तारावती आदिवासी, कमल कुमारी साकेत और ब्रिजेश बरेठा है. जिन्होंने अध्यक्ष की कार्य प्रणाली से नाराज होकर पीआईसी से इस्तीफा दे दिया है.
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