Rewa Today Desk :देवतालाब विधानसभा के चुनावी समर में अभी तक चाचा भतीजे नजर आ रहे थे. लेकिन धीरे-धीरे हाथी भी यहां नज़र आने लगा है. फिलहाल यहां पर मामला त्रिकोणीय होता नजर आ रहा है. जिस तरीके से बहुजन समाज पार्टी अपने प्रचार अभियान में जुटी हुई है. उसको देखकर लग रहा है. यहां पर सभी पार्टी कड़े मुकाबले में फंसती हुई नजर आ रही है. साइकिल की चाल भी धीरे-धीरे दिखाई पड़ रही है. देव तालाब विधानसभा में विधानसभा अध्यक्ष के मुकाबले कौन देवतालाब विधानसभा क्षेत्र की बात की जाए तो यहां पर पिछले 15 सालों से भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है. लेकिन इस बार कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा अध्यक्ष के भतीजे को मैदान में उतरकर मामले को रोचक बनाने का प्रयास किया है. ऐसे में बहुजन समाज पार्टी ने अमरनाथ पटेल को मैदान में उतार दिया, कांग्रेस से टिकट मांग रहे सीमा जयवीर सिंह ने साइकिल की सवारी करना बेहतर समझा.
जातिगत समीकरण बहुजन के पक्ष में देव तालाब में जातिगत समीकरण बहुजन समाज पार्टी के पक्ष में नजर आ रहे हैं. सीमा जयवीर सिंह समाजवादी पार्टी और दिलीप सिंह आम आदमी पार्टी से हैं. चाचा भतीजे ,भाजपा और कांग्रेस से हैं. ऐसे में देवतालाब सीट से दो बार किसी जमाने में बहुजन समाज पार्टी का विधायक यहां से चुनकर भोपाल जा चुका है ,कुछ इस बार भी ऐसे समीकरण बन रहे है .कुछ भी हो सकता है यह राजनीति है. कुछ राजनीतिक पंडित इस बात को गंभीरता से कह रहे हैं ,दो ब्राह्मण प्रत्याशी, दो ठाकुर प्रत्याशी, एक पटेल प्रत्याशी पटेल बहुल इलाका चुनाव में रोमांचक मुकाबला. गिरीश गौतम विधानसभा अध्यक्ष की बेहतर छवि क्षेत्र में जमकर किया काम. उनके भतीजे पद्मेश गौतम ने विधानसभा अध्यक्ष के बेटे को जनपद के चुनाव में पराजित किया. पिछला चुनाव 1000 वोटो से हारने वाले सीमा जयवीर सिंह का भी दावा कमजोर नहीं. उनके वोट दिलीप सिंह काट सकते हैं. बहुजन के वोट कौन काटेगा, बड़ा सवाल यही है .स्वयं अंदाजा लगाइए ऊंट किस करवट बैठेगा. हमें आपको पता चलेगा 17 नवंबर को
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