मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री की बैठक में मौजूद, दो विधायकों में से एक ने, दूसरे की फोटो पर लगाया सफेदा, पोस्ट भी हटने से किया इनकार, भाजपा में मचा हड़काम.
Rewa Today Desk :क्या रीवा भाजपा में सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा है, यह एक बड़ा सवाल एकाएक खड़ा हो गया है. जिसका जवाब राजनीतिक पंडित खोजने में जुट गए हैं, आमतौर पर रीवा में भाजपा में सब कुछ ठीक ही दिखाई देता है. प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल का कुशल नेतृत्व सबको बैलेंस करता है. प्रगति की बात करता है, लेकिन बीच-बीच में कुछ ऐसी बातें हो जाती हैं, जिसको नजरअंदाज भी नहीं किया जा सकता. कुछ ऐसा ही मामला सोमवार की रात निकल कर सामने आ गया, जब रीवा एयरपोर्ट पर प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव देर रात उतरे, मुख्यमंत्री की अगवानी करने के लिए एयरपोर्ट पर मौजूद थे, प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला, मनगांव क्षेत्र के विधायक नरेंद्र प्रजापति, त्योथर क्षेत्र के विधायक सिद्धार्थ तिवारी, कमिश्नर रीवा संभाग, डीआईजी साकेत पांडे, कलेक्टर रीवा प्रतिभा पाल, सहित तमाम जिम्मेदार लोग. मुख्यमंत्री एयरपोर्ट पर उतरे, चित्रकूट जाने से पहले वहीं से शहडोल के उद्योगपतियों से बात करने लगे. इस दौरान खींची गई फोटो सुबह वायरल हो गई. जिसको लेकर तमाम कायसो के दौर जारी हो गए.
कौन सी फोटो, क्या है मामला
सोमवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री देर रात रीवा पहुंचे थे, यहां उन्होंने रीवा एयरपोर्ट पर ही, प्रदेश के डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला, रीवा जिले के दो विधायक नरेंद्र प्रजापति और सिद्धार्थ तिवारी सहित कमिश्नर कलेक्टर, डीआईजी की मौजूदगी में, शहडोल संभाग के उद्योग पतियों से बात की थी. इस दौरान बैठक की कुछ तस्वीरें मंगलवार की सुबह वायरल हो गई. जिसको लेकर रीवा में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया. दरअसल मनगांव विधायक नरेंद्र प्रजापति के सोशल मीडिया हैंडल से, कुछ फोटो वायरल हुई, जिसमें त्योथर क्षेत्र के विधायक सिद्धार्थ तिवारी की फोटो पर सफेदा लगा हुआ था. बस फिर क्या था, फोटो तत्काल वायरल हो गई, चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया.



सफाई में क्या कहा मनगांव विधायक ने
मीडिया कर्मियों ने जब इस बारे में मंनगवा विधायक नरेंद्र प्रजापति से बात की, तो उन्होंने साफ तौर से सोशल मीडिया हैंडल से इन फोटो को हटाने से मना कर दिया. हां उन्होंने यह जरूर कहा, रात को मीटिंग में मैं मौजूद था. टीवी की तरफ देख रहा था, मेरे बगल में कौन बैठा था, मुझे नहीं मालूम मेरे किसी समर्थक ने मेरी फोटो खींची और मुझे व्हाट्सएप कर दिया, मैंने मकर संक्रांति की बधाई डालकर, उस फोटो को सोशल मीडिया हैंडल में लगा दिया, मैंने गौर से फोटो को नहीं देखा था. जिसकी वजह से इतना बड़ा तमाशा हो गया. सिद्धार्थ तिवारी मेरे नेता है, मैंने उनके पिताजी और उनके बाबा के साथ लंबा समय बिताया है. मैं जानबूझकर ऐसा नहीं कर सकता.
सिद्धार्थ की चुप्पी
पूरे मामले को लेकर जब मीडिया कर्मियों ने, सिद्धार्थ तिवारी से बात करनी चाही, तो उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया. अभी कुछ दिन पूर्व ही रीवा सांसद जनार्दन मिश्रा ने भी सिद्धार्थ तिवारी के किसी मामले पर सवाल उठाया था. वह बात बीती बात हो गई थी, लेकिन ताजा मामले ने एक बार फिर से पुराने जख्म को हरा कर दिया है. अब तमाम राजनीतिक पंडितों की नजर इस बात पर लगी हुई है, सिद्धार्थ तिवारी का अगला कदम क्या होगा.
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