Rewa Today Desk : पूरे देश के साथ रीवा में भी हज यात्रा 2024 के लिए हज यात्रियों के फॉर्म भरने का सिलसिला आज से हुआ प्रारंभ, रीवा में पहले दिन भरे गए 25 फॉर्म, इस बार हज यात्रा में जाने वाले लोग हज यात्रा में जाने के लिए मुंबई को दे रहे पहली वरीयता ,क्योंकि मुंबई से हज यात्रा में जाना देश के अन्य हिस्से के मुकाबले अगर पिछले साल की बात की जाए तो 68000 हजार रुपए सस्ता है. जिसको लेकर पिछले बार काफी विरोध हुआ था सरकार का कहना था यह अंतर आता है हवाई जहाज के किराए को लेकर. जिसके चलते हज यात्रा में जाने वाले लोगों का कहना था किसी भी शहर से मुंबई जाने का किराया 68000 नहीं है फिर या रकम हमसे क्यों ली जा रही है जिसके चलते आज फॉर्म भरने वाले लोगों ने हज यात्रा में जाने के लिए मुंबई को ही चुना यहां पर यह जानना जरूरी है
इस्लाम धर्म में इस्लाम धर्म मानने वाले को पांच काम करना फर्ज माना जाता है. वह पांच चीज हैं, इस्लाम धर्म पर ईमान लाना, रोजा रखना, नमाज पढ़ना, जरूरतमंदों को जकात देना जिसे दान देना कहते हैं, और आपके पास पैसे हैं तो हज करना, जिसके चलते जिनके पास इतनी रकम है कि वह हज करने जा सकते हैं, पूरे देश प्रदेश सहित रीवा में भी हज यात्रियों के फॉर्म आज से भरना हुआ प्रारंभ. मध्य प्रदेश की बात की जाए तो मध्य प्रदेश में पिछले बार लगभग 4500 लोग हज यात्रा में गए थे. रीवा जिले से 91 लोग हज यात्रा में गए थे.
जिसको लेकर प्रति यात्री लगभग तीन लाख 75 हजार रुपए के आसपास खर्चा आया था. यह रकम उन यात्रियों के लिए थी जो मुंबई को छोड़कर देश के अन्य हिस्सों से हज पर गए थे मुंबई में यह रकम 3 लाख 4हजार रुपये थी. जिसके चलते देश के अन्य हिस्सों से हज यात्रा में जाने वाले लोगों के 68 हजार रुपये ज्यादा देने पड़े थे. इसको लेकर पिछले साल काफी हंगामा भी हुआ था. लोगों का कहना था अपने घर के पास से जाना और मुंबई से जाने में 68000 का अंतर नहीं होना चाहिए. इतना बड़ा अंतर हवाई जहाज के किराए को लेकर था.
जिसके चलते आज पहले दिन फॉर्म भरने वालों ने पहली वरीयता मुंबई को दी. फॉर्म भरने वाले लोगों का कहना था. मुंबई से अगर हमारे घर के चार लोग हज यात्रा मे जा रहे हैं, तो हमारे लगभग 2लाख 75 हजार रुपए लगभग बच जाएंगे. इतने पैसे में परिवार का एक सदस्य और भी हज यात्रा में जा सकता है. फिलहाल अभी इस साल कितने पैसे लगेंगे, कितने लोग देश के अलग-अलग हिस्से से हज यात्रा में जाएंगे सरकार ने निश्चित नहीं किया है,
यह सब बाद में निश्चित होता है. जब सऊदी अरब की सरकार हर देश का कोटा फिक्स करती है, उसी के हिसाब से देश के अलग-अलग हिस्सों में भी हज यात्रा में जाने के लिए केंद्र सरकार कोटा फिक्स करती है. आज पासपोर्ट आधार मेडिकल सहित जरूरी डॉक्यूमेंट लगाकर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है. फिलहाल फॉर्म भरने की प्रक्रिया तेजी से हो गई है प्रारंभ.
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