Rewa Today Desk : विशेष मॉनिटर बालकृष्ण गोयल के नेतृत्व में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने हाल ही में विभिन्न मानवाधिकार मुद्दों के समाधान के लिए रीवा में एक बैठक बुलाई। बैठक में बाल संरक्षण, POCSO अधिनियम, जेजे अधिनियम, बुजुर्गों के अधिकार और जेल में बंद व्यक्तियों के अधिकारों जैसे विषयों पर चर्चा की गई। बैठक में डिप्टी कलेक्टर सपना त्रिपाठी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सोनकर, एसडीएम हुजूर वैशाली जैन और अन्य अधिकारी उपस्थित थे, बैठक में सभी परिस्थितियों में मानवाधिकारों की रक्षा के दिया गया।
विशेष मॉनिटर श्री गोयल ने सभी स्तरों पर मानवाधिकारों के उल्लंघन को रोकने के लिए एनएचआरसी की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। उन्होंने सभी से मानवाधिकारों के संरक्षक के रूप में अपनी भूमिका में सतर्क और सक्रिय रहने का आग्रह किया। उन्होंने बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं से संबंधित शिकायतों को कम करने और उनके खिलाफ अपराधों की सख्ती से निगरानी करने और उन्हें रोकने की आवश्यकता पर बल दिया।
श्री गोयल ने शोषण और उत्पीड़न को रोकने में जन जागरूकता की भूमिका पर जोर दिया और कहा कि जानकारी के अभाव में कई लोग शिकार बन जाते हैं। उन्होंने उपस्थित लोगों को एनएचआरसी की वेबसाइट के बारे में जानकारी दी, जहां त्वरित कार्रवाई के लिए सीधे शिकायत दर्ज कराई जा सकती है।
सहयोगात्मक दृष्टिकोण को प्रोत्साहित करते हुए, श्री गोयल ने विभागों से सकारात्मक रूप से मिलकर काम करने का आग्रह किया। उन्होंने POCSO अधिनियम, जेजे अधिनियम, यौन उत्पीड़न, बाल श्रम, बंधुआ मजदूरी, मानव तस्करी और भिक्षावृत्ति सहित विभिन्न अधिनियमों और मुद्दों पर जागरूकता अभियान चलाने का आह्वान किया। उन्होंने स्कूली बच्चों को व्यक्तिगत सीमाओं के बारे में शिक्षित करने के महत्व पर भी जोर दिया।
इसके अलावा, श्री गोयल ने सरकारी निकायों, स्कूलों, छात्रावासों, अस्पतालों, किशोर गृहों, जेलों और वृद्धाश्रमों जैसे संस्थानों को मानवाधिकारों के प्रति संवेदनशीलता से काम करने का निर्देश दिया। उन्होंने नवीन दृष्टिकोणों को प्रोत्साहित किया और जिले में अनाथ लड़कियों की सुरक्षा के लिए प्रस्तावों का अनुरोध किया।
अंत में, श्री गोयल ने सभी के लिए सम्मानजनक जीवन सुनिश्चित करने में मानवाधिकारों के मौलिक महत्व को दोहराया। उन्होंने इन अधिकारों की रक्षा करने और यह सुनिश्चित करने में सरकारी कर्मचारियों और संस्थानों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया कि अपराधियों को परिणाम भुगतना पड़े। उपजिलाधिकारी सपना त्रिपाठी ने आश्वासन दिया कि सभी अधिकारी मानवाधिकारों के प्रति सजग रहेंगे और अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे।
बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास प्रतिभा पांडे, सहायक संचालक महिला एवं बाल विकास आशीष द्विवेदी सहित प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।

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