6 माह की बच्ची के अपहरण से रीवा में मची सनसनी कॉलेज चौराहे के पास से बच्चे का हुआ अपहरण
Rewa Today Desk : पुलिस ने एक दिन पहले ही एक करोड़ का गांजा पकड़ा था अपनी पीठ थपथपाई थी 24 घंटे भी नहीं हुए की दो अज्ञात नकाबपोश मोटरसाइकिल चालकों ने दिया अपहरण की घटना को अंजाम रीवा के कॉलेज चौराहे के पास से बंजारों के डेरे से 6 माह की बच्ची को बीती रात ढाई से 3:00 बजे के बीच दो अज्ञात नकाबपोश जो की मोटरसाइकिल से आए थे उठा कर ले गए रीवा शहर में एक ही लाल बत्ती का चौराहा है यहां 24 घंटे ट्रैफिक का आवागमन होता रहता है जिस जगह से लड़की का अपहरण किया गया उसके ठीक सामने कमिश्नर रीवा का बंगला है ऐसी जगह से बच्ची के गायब होने के बाद से हड़कंप मचा हुआ है 6 माह का बच्चा वह भी घुमक्कड़ प्रजाति के लोगों का जिनका काम ही है पूरे देश में घूम-घूम कर कोई समान बेचना जिसके चलते उनके दो वक्त की रोजी-रोटी का जुगाड़ हो सके ऐसा ही परिवार रीवा आया था यहां पर कल चौराहे के पास लाल बत्ती में जब गाड़ी रुकती थी तब फोर व्हीलर में लगने वाली स्क्रीन को यह लोग बेचा करते थे उससे जो पैसा आता था वह उनके भोजन के काम आता था यह कहानी बताने का मकसद केवल इतना बच्चा निहायती गरीब परिवार का ऐसे में बच्चे का अपहरण तमाम तरीके के सवालों को जन्म देता है जब एक दिन पूर्व ही रीवा आईजी ने पुलिस प्रशासन की बैठक लेकर कानून व्यवस्था को लेकर दिशा निर्देश दिए थे
उसके बाद इस तरीके की हरकत खुलेआम बच्चे का अपहरण सवाल तो उठेंगे ही कानून व्यवस्था पर रीवा में बीती रात बंजारों की तरह घूम घूम कर व्यापार करने वाले राजस्थान के परिवार के साथ मोटरसाइकिल से सवार होकर आए दो युवकों ने बड़ी वारदात को अंजाम दे दिया दोनों युवकों ने बीती रात दिन भर के थके मांदे परिवार के जो कि खुले आसमान के नीचे कॉलेज चौराहे कमिश्नर बंगले के पास सो रहे परिवार के 6 माह को लेकर मौके से दो अज्ञात नकाबपोश फरार हो गए पीड़ित परिवार अब रीवा के सिविल लाइन थाने पहुंचा है जहां पर बीती रात से ही बैठा हुआ है इस आस में कि उनका बच्चा जल्दी पुलिस खोज लेगी लेकिन रीवा पुलिस की कार्यप्रणाली जानने वाले जानते हैं ऐसा जल्दी होने वाला नहीं है यह अलग बात है पुलिस ने मामले को दर्ज कर लिया है पुलिस के अनुसार सीसीटीवी के माध्यम से देखने पर पाया गया दो अज्ञात नकाबपोश जो की मोटरसाइकिल से आए थे बच्चों को ले गए हैं
फिलहाल अपराधियों की खोज खबर की जा रही है जिस तरीके से इस वारदात को अंजाम दिया गया इस तरीके से बच्चों के अपहरण का यह पहला मामला हो सकता है इसके पहले रीवा में कभी भी इस तरीके की अपहरण की वारदात हो अंजाम नहीं दिया गया था बच्चों का अपहरण वह भी रीवा शहर के एकमात्र लाल बत्ती चौराहे के पास कल्पना करिए रीवा में एक ही जगह लाल बत्ती लगी है इसका मतलब यहां पर कितना हैवी ट्रैफिक होता है कॉलेज चौराहा जिसके नाम से जाना जाता है ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय एक तरफ है दूसरी तरफ कमिश्नर बांग्ला है तीसरी तरफ विवेकानंद पार्क आकाशवाणी वीआईपी लोग इसी इलाके में रहते हैं 24 घंटे यहां पर चहल-पहल होती है ऐसे में बच्चे का अपहरण तमाम तरीके के सवालों को जन्म देता है राजस्थान से आया यह परिवार फोर व्हीलर गाड़ियों में लगने वाली धूप से बचाव के लिए स्क्रीन को बेचता है. जिससे उनकी रोजी रोटी का इंतजाम होता है
क्या कहना है पुलिस का
रीवा के एडिशनल एसपी वी. के. लाल कहते हैं हम सीसीटीवी के माध्यम से पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं बच्चा कौन ले गया रात को लगभग 3:00 बजे के आसपास मोटरसाइकिल से आए दो लोगों ने इस वारदात को अंजाम दिया है बच्चों को झूले से निकलकर लेकर भाग गए हैं हम उनकी तलाश कर रहे हैं हमने मामला दर्ज कर लिया है पुलिस की कार्यप्रणाली
पिछले कई दिनों से देखा जा रहा है पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान कई लोग खड़ा करते नजर आ रहे हैं वहीं दूसरी ओर पुलिस ने कुछ तेज कार्यवाहियां भी की जैसे गोविंदगढ़ में ट्रिपल मर्डर के मामले को 24 घंटे में सुलझा लिया लेकिन कई सवाल अनसुलझे भी रह गए हैं आम आदमी चाहता है पुलिस उसकी सुरक्षा करें लेकिन कैसे जब शहर में पुलिस का खौफ दिखेगा तब ना वर्तमान हालात में पुलिस का खौफ कहीं भी नजर नहीं आता यह अलग बात है इस समय आचार संहिता लगी हुई है रीवा का पुलिस बल देश के अलग-अलग हिस्सों में चुनाव कराने गया हुआ है काम पुलिस फोर्स भी एक कारण हो सकती है लेकिन कब तक
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