Rewa Today Desk : प्रदेश के सबसे बड़े अस्पतालों में से एक रीवा के संजय गांधी अस्पताल में बेहतर इलाज की आश को लेकर लोग पहुंचे तो रहे हैं लेकिन उनका इलाज बेहतर तरीके से क्या हो पा रहा है यह एक बड़ा सवाल है, टी बी बीमारी से पीड़ित मां, बेटा कुपोषण का शिकार हैं संजय गांधी अस्पताल में पिछले 10 दिनों से इलाज कर रहे थे पति मुन्ना बंसल कभी अपनी पत्नी को देखाता, तो कभी अपने बेटे को, लेकिन जब बेटे के हाथ का जेलको निकल गया डॉक्टर से बार-बार कहने पर भी उसका जेलको नहीं लगा, यही नहीं दोनों पति-पत्नी को इलाज में लापरवाही नजर आई, डॉक्टर से बातचीत करने पर भी जब उनको बेहतर इलाज नहीं मिला तो वह अपने बेटे को लेकर वापस घर लौट गए, पति पत्नी का कहना है, हमारा बेटा सीरियस है, लेकिन कोई भी देखभाल नहीं हो रही, वहीं दूसरी और अस्पताल प्रबंधन सारी गलती मरीज की मान कर चल रहा है. उसका कहना है इस
तरीके की हरकत यह परिवार कई बार कर चुका है. हो सकता है मरीज को जेल को की जरूरत ना हो हम उसको बेहतर डाइट भी दे रहे थे. पूरे मामले में हमने पति-पत्नी सहित अस्पताल अधीक्षक से बात की तीनों के अपने दावे अपने तर्क लेकिन बड़ा सवाल उसे छोटे बच्चों का क्या उसकी क्या गलती जिसे गरीब परिवार दो वक्त की रोटी सहित बेहतर डाइट नहीं दे सकता प्राइवेट अस्पतालों में अपने बेटे का इलाज नहीं कर सकता वहीं दूसरी और प्रदेश के उपमुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र सहित स्वास्थ्य मंत्री का इलाका होने के बावजूद अस्पताल प्रबंधन अपने पुख्ता दावों के साथ मरीज को पूरी तरीके से नकार रहा है हमने तीनों लोगों से बातचीत की तीनों के अपने दावे थे अपने तर्क थे उसके बाद भी यह नहीं कहां जा सकता कि बच्चे का इलाज हो पाएगा
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