Rewa Today Desk : कैंसर, जिसे ‘अभिजात्य रोग’ भी कहा जाता है, आज दुनिया भर में एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बन गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, कैंसर दुनिया में मृत्यु का दूसरा प्रमुख कारण है। यह रोग तब उत्पन्न होता है जब शरीर में असामान्य कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं। हालांकि कैंसर का नाम सुनकर भय महसूस होता है, लेकिन शुरुआती पहचान, सही इलाज और जीवनशैली में बदलाव से इसे रोका और नियंत्रित किया जा सकता है।
कैंसर क्या है?
कैंसर तब होता है जब शरीर की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं और स्वस्थ कोशिकाओं को प्रभावित करती हैं। यह शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। कैंसर कई प्रकार के होते हैं, जैसे फेफड़े का कैंसर, स्तन कैंसर, त्वचा कैंसर, मस्तिष्क कैंसर, और रक्त कैंसर। हर प्रकार का कैंसर अपने आप में अलग होता है और इसके इलाज के तरीके भी भिन्न हो सकते हैं।
कैंसर के कारण
कैंसर के कारणों को समझना इसके बचाव में मदद करता है। कुछ प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:
1. तंबाकू और धूम्रपान: तंबाकू और धूम्रपान फेफड़ों, मुंह और गले के कैंसर का प्रमुख कारण है।
2. अस्वास्थ्यकर आहार: अधिक फैट, शुगर और प्रोसेस्ड फूड का सेवन कैंसर के जोखिम को बढ़ाता है।
3. शराब का सेवन: शराब का अत्यधिक सेवन लीवर, आंत और स्तन कैंसर का कारण बन सकता है।
4. वायरल संक्रमण: ह्यूमन पेपिलोमावायरस (HPV) और हेपेटाइटिस बी/सी जैसे संक्रमण कैंसर के जोखिम को बढ़ाते हैं।
5. आनुवंशिकता: कुछ कैंसर आनुवंशिक हो सकते हैं, यानी परिवार के इतिहास के कारण जोखिम बढ़ सकता है।
6. रेडिएशन और प्रदूषण: अल्ट्रावायलेट किरणें और हानिकारक रसायन त्वचा और फेफड़ों के कैंसर का कारण बन सकते हैं।
कैंसर के लक्षण
कैंसर के लक्षण रोग के प्रकार और स्थान पर निर्भर करते हैं। हालांकि, कुछ सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:
लंबे समय तक खांसी या गले में खराश
अस्पष्ट वजन घटना
बुखार या थकान जो लंबे समय तक बनी रहे
त्वचा में गांठ या असामान्य बदलाव
भूख कम लगना या पाचन संबंधी समस्या
बार-बार खून आना या घाव जो जल्दी ठीक न हो
कैंसर की पहचान और स्क्रीनिंग
कैंसर की शुरुआती पहचान से इलाज के बेहतर परिणाम प्राप्त होते हैं। इसके लिए निम्नलिखित स्क्रीनिंग टेस्ट उपयोगी हो सकते हैं:
1. मैमोग्राफी: स्तन कैंसर की पहचान के लिए।
2. पीएपी स्मीयर टेस्ट: गर्भाशय ग्रीवा कैंसर के लिए।
3. सीटी स्कैन और एमआरआई: शरीर के किसी भी हिस्से में कैंसर का पता लगाने के लिए।
4. बायोप्सी: कैंसर की पुष्टि के लिए।
कैंसर का इलाज
कैंसर के इलाज के कई तरीके हैं, जो इसके प्रकार और अवस्था पर निर्भर करते हैं। इनमें प्रमुख हैं:
1. सर्जरी: कैंसरयुक्त ट्यूमर को हटाने के लिए।
2. कीमोथेरेपी: कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए दवाओं का उपयोग।
3. रेडियोथेरेपी: उच्च ऊर्जा विकिरण से कैंसर कोशिकाओं को मारना।
4. इम्यूनोथेरेपी: शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करना।
5. होर्मोन थेरेपी: हार्मोन-संवेदनशील कैंसर के लिए।
बचाव के उपाय
कैंसर से बचाव के लिए स्वस्थ जीवनशैली अपनाना सबसे प्रभावी उपाय है।
1. धूम्रपान और शराब से बचें: ये कैंसर के मुख्य कारण हैं।
2. संतुलित आहार लें: हरी सब्जियां, फल, और साबुत अनाज का सेवन करें।
3. नियमित व्यायाम करें: यह शरीर को फिट और रोगों से लड़ने में सक्षम बनाता है।
4. सूरज की हानिकारक किरणों से बचें: अल्ट्रावायलेट किरणों से बचने के लिए सनस्क्रीन का उपयोग करें।
5. नियमित स्वास्थ्य जांच: समय-समय पर स्क्रीनिंग कराएं।
भारत में कैंसर की स्थिति
भारत में कैंसर रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। ग्लोबल कैंसर ऑब्जर्वेटरी के अनुसार, भारत में हर साल लगभग 13 लाख नए कैंसर मामलों की पहचान होती है। स्तन, गर्भाशय ग्रीवा, और फेफड़े का कैंसर यहां सबसे अधिक पाए जाते हैं। हालांकि, सरकारी योजनाएं जैसे ‘आयुष्मान भारत’ और ‘राष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण कार्यक्रम’ इस रोग की रोकथाम और इलाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
कैंसर से जुड़े मिथक
कैंसर के बारे में कई मिथक समाज में प्रचलित हैं, जो लोगों को सही जानकारी से वंचित करते हैं:
1. मिथक: कैंसर छूने से फैलता है।
सत्य: कैंसर संक्रामक नहीं है।
2. मिथक: कैंसर का इलाज संभव नहीं।
सत्य: शुरुआती अवस्था में कैंसर का इलाज संभव है।
3. मिथक: सभी ट्यूमर कैंसर होते हैं।
सत्य: सभी ट्यूमर कैंसर नहीं होते, कुछ सौम्य (बेनाइन) होते हैं।
कैंसर जागरूकता अभियान की आवश्यकता
कैंसर को हराने के लिए जागरूकता बेहद जरूरी है।
शैक्षिक कार्यक्रम: स्कूलों और कॉलेजों में कैंसर के कारणों और बचाव पर चर्चा होनी चाहिए।
स्वास्थ्य शिविर: ग्रामीण क्षेत्रों में स्क्रीनिंग और जांच शिविर लगाकर शुरुआती पहचान को बढ़ावा देना।
सोशल मीडिया: कैंसर से जुड़ी सही जानकारी को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर फैलाना।
- कैंसर एक गंभीर लेकिन प्रबंधनीय बीमारी है। सही समय पर जांच, स्वस्थ जीवनशैली, और उचित इलाज से इसे हराया जा सकता है। यह जरूरी है कि हम अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहें और समाज में कैंसर के प्रति फैली गलत धारणाओं को दूर करें। जागरूकता ही कैंसर से लड़ाई में हमारी सबसे बड़ी ताकत है।
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