Rewa Today Desk : सुसाइड नोट में लिखे सनसनीखेज आरोप सीधी : मध्य प्रदेश के सीधी जिले के चुरहट थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। छेड़छाड़ से परेशान 16 वर्षीय नाबालिग छात्रा ने जहर खा लिया, जिसके बाद उसे गंभीर हालत में रीवा के संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान छात्रा की मौत हो गई। मरने से पहले उसने एक सुसाइड नोट छोड़ा, जिसमें उसने गांव के ही मोहित और उसकी मां को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया।
छेड़छाड़ से थी परेशान, मजबूरी में चुना मौत का रास्ता मृतका के पिता ने बताया कि उनकी बेटी को गांव का ही एक युवक लगातार परेशान कर रहा था। पूर्व में इस संबंध में थाने में शिकायत भी की गई थी, लेकिन पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। दबंग परिवार होने के कारण युवक के घरवालों ने दबाव बनाकर समझौता करवा दिया था, लेकिन इसके बावजूद आरोपी अपनी हरकतों से बाज नहीं आया।महाकुंभ गए थे पिता, बेटी के साथ हुई अभद्रता पीड़िता के पिता ने बताया कि 21 फरवरी को वह प्रयागराज महाकुंभ स्नान के लिए गए थे, इसी दौरान युवक ने फिर से छात्रा के साथ छेड़छाड़ की। जब छात्रा ने इसका विरोध किया तो आरोपी की मां ने भी उसके साथ गाली-गलौज और अभद्रता की। इससे आहत होकर छात्रा ने जहर खा लिया।
सुसाइड नोट में लिखी दिल दहला देने वाली बात मृतका के पिता ने बताया कि उनकी बेटी ने सुसाइड नोट में बार-बार लिखा था
“पापा, मोहित और उसकी मां को मत छोड़ना!”

परिजनों ने लड़की की मौत के बाद पुलिस से आरोपी और उसकी मां के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।इलाज के दौरान हुई मौत, परिजनों ने किया हंगामा छात्रा को पहले चुरहट के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, लेकिन हालत बिगड़ने पर उसे रीवा के संजय गांधी अस्पताल रेफर कर दिया गया। यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मौत की खबर मिलते ही परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।पुलिस जांच में जुटी,
क्या मिलेगा न्याय ?
छात्रा के शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, लेकिन सवाल यह है कि क्या पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा? इससे पहले भी पुलिस की लापरवाही से मामला दबा दिया गया था।न्याय की मांग,
क्या होगा अगला कदम ?
परिजनों और ग्रामीणों ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। प्रशासन और पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं कि अगर पहले ही सख्त कदम उठाए जाते तो यह दुखद घटना टल सकती थी। अब देखना यह होगा कि पुलिस क्या कार्रवाई करती है और क्या पीड़ित परिवार को न्याय मिल पाएगा।
छेड़छाड़ से परेशान होकर आत्महत्या करने की घटनाएं समाज के लिए गंभीर चिंता का विषय हैं। इस मामले ने फिर से प्रशासन की लापरवाही को उजागर कर दिया है। अब देखने वाली बात होगी कि क्या आरोपी को सजा मिलेगी या फिर यह मामला भी अन्य मामलों की तरह ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा।
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