सिवनी। जिले में हवाला के करोड़ों रुपये से जुड़े प्रकरण ने एक बार फिर नया मोड़ ले लिया है। पुलिस विभाग के भीतर इस मामले को लेकर लगातार बदलते आदेशों ने अफसरों की परेशानी बढ़ा दी है।
निलंबन आदेश पर पलटी कार्रवाई
11 अक्टूबर की रात करीब 1.45 करोड़ रुपये की हवाला राशि पकड़े जाने के मामले में जांच में लापरवाही बरतने पर सिवनी पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मेहता ने 12 अक्टूबर को लखनवाड़ा थाना प्रभारी चंद्रकिशोर सिरामे को निलंबित कर दिया था।
हालांकि कुछ घंटों के भीतर ही जबलपुर जोन के पुलिस महानिरीक्षक प्रमोद वर्मा ने इस निलंबन आदेश को रद्द कर दिया। इस निर्णय की पुष्टि खुद IG प्रमोद वर्मा ने मीडिया से बातचीत में की है।
सूत्रों के अनुसार, आदेश में उल्लेख किया गया था कि निलंबन कार्रवाई IG के निर्देश पर की गई थी, लेकिन बाद में इसे निरस्त कर दिया गया। वहीं, जिले में जारी तबादलों को भी देर रात स्थगित कर दिया गया। रविवार को छिंदवाड़ा रेंज के डीईओ राकेश कुमार सिंह ने सिवनी पहुंचकर पूरे प्रकरण की जानकारी ली।
जांच में जुटी टीम
इस हवाला कांड की जांच जबलपुर IG प्रमोद वर्मा के निर्देश पर एएसपी आयुष गुप्ता को सौंपी गई है। जांच अधिकारी के अनुसार, फिलहाल साक्ष्य एकत्रित किए जा रहे हैं और विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है।
अब तक इस मामले में एसडीओपी पूजा पांडे सहित कुल 11 पुलिसकर्मी निलंबित किए जा चुके हैं। एएसपी द्वारा तैयार प्रतिवेदन जल्द ही जबलपुर IG को सौंपा जाएगा।
क्या है पूरा मामला
8 और 9 अक्टूबर की दरमियानी रात NH-44 के सीलादेही बायपास पर लखनवाड़ा थाना क्षेत्र में पुलिस टीम ने सफेद रंग की क्रेटा कार (MH 13 EK 3430) को रोका।
वाहन की तलाशी के दौरान सीट के नीचे बने गुप्त चैम्बर से प्लास्टिक बोरी में रखे नोटों के 29 बंडल मिले, जिनकी कुल राशि 1 करोड़ 45 लाख रुपये थी।
कार में सवार दो व्यक्तियों — इरफान पठान (औरंगाबाद, महाराष्ट्र) और शेख मुख्तार (जालना, महाराष्ट्र) — पुलिस कार्रवाई के दौरान मौके से फरार हो गए। बरामद रकम को 9 अक्टूबर को सीएसपी पूजा पांडे और एसआई अर्पित भैरम ने एसडीओपी कार्यालय में जमा किया, जिसके बाद 10 अक्टूबर को इसे थाना कोतवाली के मालखाने में सीलबंद कर सुरक्षित रखा गया।
अब भी जांच के घेरे में बाकी रकम
शिकायत में कहा गया था कि कार में लगभग 2 करोड़ 96 लाख 50 हजार रुपये थे, जबकि पुलिस के कब्जे में सिर्फ 1.45 करोड़ रुपये आए।
शेष रकम कहाँ गई, यह अब भी जांच का विषय है। प्रारंभिक जांच में इस राशि को जुआ और सट्टा कारोबार से जुड़ा माना जा रहा है। जांच में शामिल पुलिस अधिकारियों और फरार व्यक्तियों के बीच मिलीभगत की भी संभावना से इंकार नहीं किया जा रहा है।
SP ने क्या कहा
सिवनी पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मेहता ने कहा कि, “मामले के सभी पहलुओं पर गंभीरता से जांच की जा रही है। लखनवाड़ा थाना प्रभारी का निलंबन आदेश जबलपुर IG द्वारा निरस्त किया गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।”
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