शहर के एक प्रमुख रेस्टोरेंट ने अपनी पहचान खाने-पीने की जगह से बदलकर शराबियों के अड्डे के रूप में बना ली है।
Rewa Today Desk : पहले यह स्थान अपने स्वादिष्ट व्यंजनों और परिवारों के बैठने की एक आदर्श जगह के रूप में जाना जाता था। लेकिन अब यहां शराब पीने वालों की भीड़ बढ़ने से स्थिति काफी चिंताजनक हो गई है।शाम होते ही यहां का माहौल पूरी तरह बदल जाता है। शराब पीने वालों की भीड़, तेज म्यूजिक और झगड़ों के दृश्य आम हो गए हैं।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह रेस्टोरेंट अब असामाजिक तत्वों का केंद्र बन चुका है। कई बार यहां पर झगड़े, मारपीट और हिंसा की घटनाएं हो चुकी हैं।रेस्टोरेंट प्रबंधन का रवैया भी इस समस्या को बढ़ावा दे रहा है। नशे से जुड़े उत्पादों की खुली बिक्री से माहौल और बिगड़ रहा है। नियम-कानूनों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। यहां तक कि नाबालिग बच्चों को भी शराब परोसे जाने की खबरें सामने आई हैं। स्थानीय लोग और परिवार अब इस जगह से दूरी बनाने लगे हैं। डर और असुरक्षा का माहौल बना हुआ है।
इस रेस्टोरेंट के पास रहने वाले लोगों को रोजाना शोर-शराबा और अशांति का सामना करना पड़ता है। कई बार पुलिस को शिकायतें भी दर्ज कराई गईं, लेकिन इसके बावजूद स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह का माहौल न केवल समाज में असंतुलन पैदा करता है, बल्कि बड़ी घटना का कारण भी बन सकता है। शराब के नशे में झगड़े बढ़ने और गुस्से की घटनाएं आम हो जाती हैं। यदि जल्द ही इस पर नियंत्रण नहीं पाया गया तो किसी दिन यहां कोई बड़ी अप्रिय घटना हो सकती है।इस समस्या का समाधान ढूंढना आवश्यक है।
प्रशासन को चाहिए कि वे तुरंत इस मामले पर ध्यान दें। रेस्टोरेंट के लाइसेंस की जांच की जानी चाहिए और नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाना चाहिए। साथ ही, स्थानीय लोगों को भी इस मुद्दे पर एकजुट होकर आवाज उठानी होगी।शहर के रेस्टोरेंट और सार्वजनिक स्थानों का उद्देश्य लोगों को सुकून और आनंद देना है, न कि अशांति और असुरक्षा। यदि इस तरह की घटनाओं पर तुरंत रोक नहीं लगाई गई तो समाज में असामाजिक गतिविधियों का बढ़ावा होगा और शांति भंग हो सकती है।
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