संजय गांधी अस्पताल में 11 पोस्टमार्टम एक्सीडेंट जहर फांसी के
रीवा के संजय गांधी अस्पताल में बुधवार सुबह से ही पुलिस चौकी में मृतकों के परिजनों का पहुंचना शुरू हो गया था अस्पताल के पोस्टमार्टम रूम में पोस्टमार्टम होना था उसके पहले अस्पताल की पुलिस चौकी मैं शव के पंचनामा की कार्यवाही कराई जानी थी जिसके लिए 5 लोगों की जरूरत थी परिवार के चौकी के पास भारी भीड़ एकत्र हो गई आज संजय गांधी अस्पताल में एक्सीडेंट से मरने वालों में अनिल कुमार नामदेव विनोद यादव नीलेश शर्मा संजय कुशवाहा पुष्पेंद्र सिंह शिवेंद्र उपाध्याय पुष्पराज माली सहित गुड़ का एक व्यक्ति था जिसका नाम पता नहीं चल पाया शहीद खान ने फांसी लगाकर आत्महत्या की वही कैलाश मिश्रा ने अज्ञात जहर का सेवन किया था एक महिला की लाश भी लाई गई थी जिसकी मौत की वजह अज्ञात थी फिलहाल पुलिस उसके परिजनों की तलाश कर रही है इस तरीके से आज संजय गांधी अस्पताल में 11 शवों के पोस्टमार्टम होने से अस्पताल परिसर में हड़कंप का माहौल रहा एकाएक इतनी भीड़ सभी गमगीन यह नजारा अस्पताल में आमतौर पर रोज ही होता है लेकिन आज जिस तरीके से था वैसे नजारे अस्पताल में कम ही देखने में नजर आते हैं कल्पना करिए 11 मौतें 11 लोगों के परिवार उनके परिजन मौजूद हूं इस तरीके का नजारा किसी को अच्छा नहीं लगेगा
11 post-mortem accidents in Sanjay Gandhi Hospital
the relatives of the deceased started arriving at the police post in Rewa’s Sanjay Gandhi Hospital, from Wednesday morning itself. Action was to be taken for which 5 people were required. A huge crowd gathered near the family outpost today. Anil Kumar Namdev Vinod Yadav, Nilesh Sharma, Sanjay Kushwaha, Pushpendra Singh, Shivendra Upadhyay, Pushpraj Mali, among those who died in the accident in Sanjay Gandhi Hospital. There was a person whose name could not be known. Shaheed Khan committed suicide by hanging himself, while Kailash Mishra had consumed unknown poison. The dead body of a woman was also brought, whose cause of death was unknown. At present, the police is searching for her family members. Due to the postmortem of 11 dead bodies in Sanjay Gandhi Hospital today, there was an atmosphere of commotion in the hospital premises, all of a sudden so many people were inconsolable, this scene usually happens everyday in the hospital, but the way it was today, it was rarely seen in the hospital. Come imagine 11 deaths 11 families of 11 people their relatives are present no one will like the view of this way
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