Rewa Today Desk मऊगंज :मऊगंज के वार्ड 12 घूरहेटा में एक 40 वर्षीय महिला रेशमा पांडे की साइबर ठगी के चलते मौत का मामला सामने आया है। ठगों के जाल में फंसकर महिला ने जहरीला पदार्थ खा लिया, जिससे उपचार के दौरान रीवा के संजय गांधी अस्पताल में उनकी मृत्यु हो गई।
ठगी का जाल:
सिक्कों के बदले करोड़ों का लालचरेशमा पांडे को पुराने सिक्कों के बदले 1.75 करोड़ रुपये देने का झांसा दिया गया था। उन्होंने ठगों के कहने पर पहले कुछ पैसे दिए और बाद में अपने गहने गिरवी रखकर 50,000 रुपये तक भेजे। ठगों ने उन्हें धमकाकर और पैसे मांगे, जिससे महिला मानसिक तनाव में आ गईं।
परिजनों का बयान और ऑडियो का खुलासा
परिजनों ने ठगी की पुष्टि करते हुए बताया कि महिला ठगों के दबाव में थी। इस मामले में कुछ ऑडियो भी सामने आए हैं, जो ठगी की साजिश को उजागर करते हैं। परिवार का कहना है कि रेशमा को ठगों ने डर और लालच में फंसाकर उनसे पैसे ऐंठे।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
मऊगंज पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस अधीक्षक रसना ठाकुर ने इसे साइबर ठगी का मामला बताया है। मऊगंज के कलेक्टर अजय श्रीवास्तव ने कहा कि साइबर अपराध से बचने के लिए सतर्कता जरूरी है। उन्होंने लोगों को जागरूक रहने और किसी भी संदिग्ध कॉल या संदेश के बारे में तुरंत पुलिस को सूचित करने की अपील की।
साइबर जागरूकता जरूरी
यह मामला साइबर अपराध के खतरों और जागरूकता की कमी को उजागर करता है। विशेषज्ञों का कहना है कि सतर्कता और जागरूकता ही ऐसे अपराधों से बचने का सबसे बड़ा उपाय है।
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