रीवा पुलिस ने बैंक कर्मी बनकर लोगों से लूटपाट करने वाला गिरोह पकड़ा, उनके पास से 28 लाख रुपए की रकम भी बरामद की ,चार आरोपियों को नोएडा और दिल्ली से किया गिरफ्तार
Rewa Today desk : रीवा पुलिस ने एक ऐसे गिरोह को पकड़ने में कामयाबी पाई है. जो अपने को बैंक का कर्मचारी बता कर लोगों को कम ब्याज पर लोन दिलाकर उनका पैसा ठगने का काम किया करते थे. यह एक अंतर्राज्यीय गिरोह है. जिसके 04 आरोपियों को नोएडा एवं दिल्ली से रीवा की साइबर सेल और पुलिस की टीम ने जाकर गिरफ्तार किया है. व उनके पास से ठगी के 28 लाख रूपये जप्त करने में कामयाबी पाई है.
रीवा के किस थाने में मामला पंजीबद्ध था और कब का था रीवा जिले के थाना समान जिला रीवा में अपराध क्रमांक 254@2023 धारा 419]420 ताहि. एवं 66डी, 66सी आई टी एक्ट के तहत मामला दर्ज था .यह घटना 20 अप्रैल से लेकर 31 में के बीच घटी थी, जब इन आरोपियों ने बैंक कर्मी बनकर लोगों को ठगने का काम किया था.
लोगों को ठगने वाली राशि कितनी थी कितनी बरामद हुई फ्राड की गई राशि पुलिस के अनुसार 30 लाख 89 हजार 700 रूपये थी जिसमें से पुलिस ने 28 लाख रुपए बरामद करने में सफलता पाई है. यह जानकारी रीवा के पुलिस कप्तान विवेक सिंह ने पत्रकार वार्ता में दी
लोगों से ठगी किस तरीके से हुई
रीवा के समान थाना पहुंचकर शिकायतकर्ता कैलाशचन्द्र अवधिया जिला रीवा जो पेशे से शिक्षक है. ने बताया कि उनके मोबाइल पर अज्ञात मोबाइल नम्बर 7037599204 से फोन आया एवं फोन करने वाले व्यक्ति नें बोला मै एच डी एफ सी बैंक से बोल रहा हूं आपको 0 प्रतिशत ब्याज पर पर लोनमिल रहा है क्या आप लेना चाहेंगे 0% का नाम सुनकर शिक्षक उनके झांसी में फंस गए शिक्षक को लोन का लालच दे कर उसके बैंकिंग संबंधी आवश्यक दस्तावेंज जैसे आधार कार्ड ] पैन कार्ड] बैंक पासबुक] फार्म नं. 16] सैलरी स्लिप आदि दस्तावेज प्राप्त कर आवेदक को उसके बैंक खातें में लोन दिलाकर एवं उसके बैंक खातें में नेट बैंकिग एक्टिवेट कर उसका एक्सेस अपनें पास ले कर उस राशि को अन्य खातों में ट्रांसफर कर निकाल लिया गया।
पकड़े गए चार आरोपी कहां के थे
गिरफ्तार आरोपियों के नाम आमिर खान पिता मो. अली उम्र 26 वर्ष निवासी भोयस पोस्ट नदायल तहसील सहसवान थाना सहसवान जिला बदॉयू उ.प्र हाल न्यू अशोक नगर मकान नं.165 ए/774 ईसा मंजिल बी ब्लाक थाना न्यू अशोक नगर दिल्ली।राहुल देव शर्मा पिता अनिल कुमार शर्मा उम्र 28 वर्ष निवासी मस्जिद के पास नसरूल्लागंज तहसील सहसवान थाना सहसवान जिला बदॉयू उ.प्र हाल राकेस शर्मा का किराए का मकान छलेरा गली नं 03 सेक्टर 44 थाना सेक्टर 39 नोएडा।फिरोज आलम पिता सलीम खान निवासी तहसील सहसवान थाना सहसवान जिला बदॉयू उ.प्र और फराज पिता अफजल निवासी तहसील सहसवान थाना सहसवान जिला बदॉयू उ.प्र है.
आरोपी किस तरीके से लूटपाट करते थे क्या था उनका तरीका
पुलिस ने जब आरोपियों को पकड़ा पूछताछ में खुलासा हुआ कि , हम लोग तीन चार लोग मिलकर एक गिरोह के रूप में संयुक्त रूप से काम करते हैं हमारी टीम का एक साथी विधिवत एक रजिस्टर बनाकर उसमें कस्टमर का मोबाइल नम्बर लिख कर उसको फोन लगाता है एवं उसको कम व्याज पर लोन दिलानें का लालच देता है, कस्टमर की सहमति मिलनें पर उसके लोन प्राप्त करनें में आवश्यक दस्तावेज कस्टमर से प्राप्त कर लेते हैं एवं उन दस्तावेजों का प्रयोग करके विभिन्न बैंको में लोन के लिए एप्लाई कर लोन करा कर आवेदक के खाते में राशि आनें का इंतजार करते हैं और उसी अवधि के दौरान कस्टमर के मोबाइल पर फोन क्लोनिंग एप डाउनलोड करा देते हैं व कस्टमर के खाते पर नेट बैंकिंग चालू करा कर उसका एक्सेस प्राप्त कर लेते हैं कस्टमर की राशि प्राप्त करनें के लिए विभिन्न प्रकार के फर्जी बैंक खातों का उपयोग करते हैं लोन का पैसा कस्टमर के खाते में आ जानें के बाद उस राशि को नेट बैंकिंग के माध्यम से वापस अपनें पास एक्सेस प्राप्त खातों में ट्रांसफर कर लेते है, एवं उस राशि को एटीएम कार्ड का प्रयोग कर निकाल लेते हैं.
पुलिस ने चारों आरोपियों के पास से कैश सहित लैपटॉप मोबाइल बरामद किया
पुलिस ने इन आरोपियों से 28 लाख रुपए नगद के अलावा लैपटॉप2 और भारी मात्रा में एक दर्जन से ज्यादा मोबाइल फोन-14 बरामद करने में सफलता पाई है इसी के साथ आरोपियों के पास से फर्जी आधार कार्ड-07 नग के साथ क्रेडिट कार्ड-04 नग और बैंक पासबुक-03 नग के अलावा पकड़े गए चारों और उपयोग की जन्म कुंडली लिखी हुई एक डायरी पकड़ी है जिसमें फ्राड का लेखा जोखा दर्ज है .
फ्रॉड करने वाले शातिर आरोपि कैसे पकड़े गए
पुलिस को जैसे शिकायत प्राप्त हुई वैसे ही थाना समान जिला रीवा में धारा 419,420 ताहि. एवं 66डी, 66सी आई टी एक्ट का मामला दर्ज किया गया एवं फर्जी ट्रांजेक्सन के संबंध में जानकारी एकत्र की गई। शिकायतकर्ता द्वारा प्रस्तुत बैंक स्टेटमेण्ट का बारीकी से निरीक्षण किया गया पाया गया कि आवेदक के पैसे विभिन्न खातों में भेजे गए है।आवेदक को जिस मोबाइल नम्बर से फोन किया गया था उनकी जानकारी प्राप्त की गई जो दिल्ली एवं नोएडा की प्राप्त हुई । जिन बैंक खातो पर पैसे भेज गए थे उन सभी के KYC प्राप्त किए गए एवं सभी रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बरों की जानकारी प्राप्त की गई एवं उन लोगों की तस्दीक कर उनसे पूछताछ की गई । प्राप्त जानकारी के आधार पर पुलिस अधीक्षक रीवा के द्वारा सायबर सेल एवं थाना समान की एक पुलिस टीम गठित कर दिल्ली भेजी गई पुलिस टीम नें दिल्ली पहुच कर एक सप्ताह के अंदर लोकेशन एवं आरोपियों के मोबाइल विक्रेताओं से पूंछताछ के आधार पर आरोपियों की तलास की गई किन्तु आरोपी नहीं मिले पुलिस ने एक बार और कोशिश की और बारीकी से दस्तावेज का निरीक्षण किया और टीम दोबारा पहुंच गई दिल्ली टीम नें दिल्ली पहुंच कर जिन एटीएम बूथों से आरोपियों नें पैसे निकालें थे उनका फुटेज प्राप्त किया एवं अन्य तकनीकी साक्ष्य एवं प्राप्त मुखबिर सूचना के आधार पर आरोपियों को चिन्हित कर उन्हे गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई और उनके पास से रकम भी बरामद कर ली.
महत्वपूर्ण भूमिका – निरी. जय प्रकाश पटेल थाना प्रभारी थाना समान, सायबर सेल प्रभारी निरी0 वीरेन्द्र पटेल उनि. गौरव मिश्रा, उनि. शैल यादव, सउनि प्रदीप सिंह लढिया, सउनि. सोनल झा, प्र.आर0 शिवजीत मिश्रा, प्रआर0 कृष्णकांत नामदेव, आर0 मानेन्द्र शर्मा, आर0 सुभाष चंद्र, आर0 वरूणेन्द्र सिंह परिहार, आर.मयंक तिवारी एवं आर.मनोज यादव, आर. विशाल सिंह ।
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