Rewa Today Desk : सोमवार की देर रात बिहार, सिक्किम और पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के अनुसार, भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.8 मापी गई, और इसका केंद्र तिब्बत क्षेत्र में था। भूकंप के झटके तिब्बत में भी बड़े पैमाने पर महसूस किए गए, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ।
बिहार और बंगाल में झटकों से घबराहट
बिहार के पटना, गया और भागलपुर सहित कई जिलों में भूकंप के झटकों से लोगों में दहशत फैल गई। लोग अपने घरों से बाहर निकलकर खुले स्थानों की ओर भागे। पश्चिम बंगाल के कोलकाता, सिलीगुड़ी और दार्जिलिंग में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। सिक्किम के गंगटोक और आसपास के इलाकों में भी लोग दहशत में घरों से बाहर निकले।
तिब्बत में भूकंप का बड़ा असर
भूकंप का केंद्र तिब्बत क्षेत्र में होने के कारण वहां के कई हिस्सों में भारी असर देखा गया। प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, तिब्बत के कई इलाकों में इमारतों में दरारें आई हैं, और कुछ स्थानों पर भूस्खलन की भी सूचना है। हालांकि, जानमाल के नुकसान की विस्तृत जानकारी अब तक सामने नहीं आई है।
सुरक्षा उपाय और अलर्ट जारी
भारत के आपदा प्रबंधन विभाग ने भूकंप प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव दलों को अलर्ट पर रखा है। बिहार, बंगाल और सिक्किम में आपदा प्रबंधन विभाग ने नागरिकों से अफवाहों से बचने और सतर्क रहने की अपील की है।

भूकंप के प्रभाव को लेकर विशेषज्ञों की राय
भूगर्भ वैज्ञानिकों का कहना है कि हिमालयन बेल्ट में लगातार प्लेटों की गतिविधि के कारण इस क्षेत्र में भूकंप की घटनाएं सामान्य होती जा रही हैं। तिब्बत में भूकंप का केंद्र होने के कारण इसका प्रभाव भारत के पूर्वोत्तर और पूर्वी हिस्सों में भी देखा गया।
भूकंप के दौरान सुरक्षा के उपाय
- भूकंप के झटकों के दौरान खुले स्थानों में रहें।
- ऊंची इमारतों से दूर रहें।
- अफवाहों पर ध्यान न दें और आपातकालीन सेवाओं को सूचित करें।
- जरूरी दस्तावेज और आपातकालीन किट हमेशा तैयार रखें।
भूकंप की घटनाओं में सतर्कता और तैयारी ही सबसे बड़ा बचाव है। सरकार ने लोगों से संयम बनाए रखने और आवश्यक जानकारी अधिकारियों को देने की अपील की है।
Leave a comment