Rewa Today Desk :2023 विधानसभा चुनाव बेहद महत्वपूर्ण है. क्योंकि इन चुनाव के बाद एक बार फिर से सभी पार्टियों एक नए चुनाव की तैयारी में जुट जाएगी. अगले साल की शुरुआत में गर्मी में लोकसभा के चुनाव होने हैं. विधानसभा चुनाव में हार जीत का असर आगे आने वाले लोकसभा चुनाव पर नजर आएगा .यह तो बात हुई अतीत में क्या होगा ,आज बात रविवार को होने वाली मतगणना को लेकर.
रीवा के इंजीनियरिंग कॉलेज में तैयारी हुई पूरी रीवा के इंजीनियरिंग कॉलेज में हर चुनाव के बाद मतगणना कराई जाती है. फिलहाल रीवा का इंजीनियरिंग कॉलेज पूरी तरीके से छावनी में बदल गया है ,चप्पे चप्पे पर पुलिसकर्मी तैनात नजर आ रहे हैं. परिंदा भी पर नहीं मार सकता, कुछ इस तरीके की तैयारी है, रविवार को होने वाली मतगणना को लेकर ,इसी जगह पर रीवा और मऊगंज जिले की मतगणना होगी, यहीं पर प्रत्याशियों को प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा, जिसको लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं, बस इंतजार है रविवार 3 दिसंबर का.
किस सीट पर कौन जीत रहा है हमारी टीम ने सभी विधानसभा क्षेत्र का दौरा किया था. बात की जाए रीवा विधानसभा की तो रीवा में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला नजर आ रहा है. यहां पर आम आदमी पार्टी के दीपक सिंह पटेल और बहुजन समाज पार्टी के मधुमास सोनी भारतीय जनता पार्टी के वोटो पर सेंध लगाते नजर आए हैं. लेकिन कितना, सवाल यही है, कांग्रेस पिछले साल हुए महापौर के चुनाव में रीवा शहर में जीत गई थी. उसको लेकर उसका उत्साह कुछ ज्यादा ही बढ़ा हुआ नजर आ रहा है. हार जीत का अंतर बेहद कम होने की संभावना नजर आ रही है.
जीत मिलेगी राजेंद्र को ही लेकिन कौन से यह तय करेगी रीवा की जनता. नजर डालते हैं सेमरिया विधानसभा सीट पर यहां पर कांग्रेस के अभय मिश्रा भारतीय जनता पार्टी के केपी त्रिपाठी के बीच सीधा मुकाबला नजर आया. जिसे पूरी तरीके से मतगणना के दिन तक बहुजन समाज पार्टी के पंकज सिंह पटेल ने मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया .एक कहावत है दो की लड़ाई में तीसरे को फायदा यहां पर नजर आ जाए तो कोई गलत नहीं होगा. बात की जाए सिरमौर विधानसभा की यहां पर भारतीय जनता पार्टी के दिव्यराज सिंह के मुकाबले कांग्रेस ने आदिवासी चेहरे पूर्व विधायक राम गरीब वनवासी को मैदान में उतारा. बहुजन समाज पार्टी ने बीडी पांडे को समाजवादी पार्टी में लक्ष्मण तिवारी को यहां जीत हार का अंतर बेहद कम है .त्योथर विधानसभा में कांग्रेस के रामाशंकर सिंह पटेल भाजपा के सिद्धार्थ तिवारी पर शुरू में मजबूत नजर आए थे, लेकिन भारतीय जनता पार्टी के बागी देवेंद्र सिंह ने हाथी की सवारी करके मुकाबला को पूरी तरीके से रोचक बना दिया. मऊगंज में कांग्रेस बेहद मजबूत है. पूर्व विधायक सुखेंद्र सिंह बन्ना भारतीय जनता पार्टी के प्रदीप पटेल पर भारी भी पड़ सकते हैं. मनगांव में कांग्रेस बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर है .देव तालाब सीट में चाचा भतीजे के बीच मुकाबला को बसपा ने रोचक बना दिया है यहां सपा भी मजबूत नजर आई है. गुढ़ की बात की जाए तो पिछली बार सपा से लड़े कपिध्वज सिंह यहां बेहद मजबूत है. अब देखना है भाजपा के वायोवृद्ध विधायक नागेंद्र सिंह का अनुभव कितना काम आता है.
अगले 24 घंटे में स्थिति पूरी तरीके से साफ हो जाएगी रविवार की दोपहर तक स्थिति पूरी तरीके से साफ हो जाएगी. रीवा ही नहीं पूरे मध्य प्रदेश सहित उन चार राज्यों में जहां पर मतगणना हुई थी. मिजोरम को छोड़कर मिजोरम के परिणाम जानने के लिए हमें सोमवार तक का इंतजार करना पड़ेगा.
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