भारतीय जनता पार्टी के विधायकों में जमकर ठनी, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष बेहद गुस्से में. उन्होंने किसको कहा शक्तिमान जेम्स बॉन्ड और न जाने क्या-क्या कुछ
Rewa Today Desk : भारतीय जनता पार्टी में इन दिनों रीवा जिले में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है. कुछ दिन पहले मंनगवा विधायक नरेंद्र प्रजापति ने, त्योथर विधायक सिद्धार्थ तिवारी की फोटो पर व्हाइट पेंट कर वायरल कर दिया था. ताजा मामला पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम और मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल के बीच का है. प्रदीप पटेल पूर्व विधानसभा अध्यक्ष के क्षेत्र में पहुंच गए, तो पूर्व विधानसभा अध्यक्ष बेहद नाराज हो गए. उन्होंने प्रदीप पटेल को इशारों इशारों में जातिवादी, जेम्स बॉन्ड, शक्तिमान, और न जाने क्या-क्या कहते हुए, यह तक कह डाला, इस तरीके का काम करने वालों का वजूद ही खत्म हो जाता है.
मऊगंज जिले के दो विधायकों की लड़ाई खुलकर नजर आई
पिछले दिनों नईगढी विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत, लव जिहाद का एक मामला सामने आया था. जिसको लेकर भारतीय जनता पार्टी के दो विधायक आमने-सामने आकर खड़े हो गए हैं. जिसको लेकर तमाम तरीके के विरोध के स्वर भी अब धीरे-धीरे सुनाई देने लगे हैं, दोनों के समर्थक दबी जबान में अपने को सही साबित करने में जुटे हुए हैं. जिस तरीके से पिछले 20 सालों से नईगढी क्षेत्र में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम का दबदबा है, जनता से सीधे जुड़ाव है, उसको देखकर कहा जा सकता है, यह मामला थमने वाला नहीं है. गिरीश गौतम सही को सही कहने, और गलत को गलत कहने में पहले से ही मशहूर रहे हैं. क्षेत्र में अच्छा खासा जनाधार है.
आईये आपको बताते हैं, किसने क्या कहा
सबसे पहले बात मंनगवां क्षेत्र के विधायक प्रदीप पटेल की, प्रदीप पटेल आजकल कहीं भी, कभी भी धरने पर बैठ जाते हैं. जहां उन्हें कुछ ऐसा मिल जाता है. जिसका राजनीतिक लाभ मिल सके. यह अलग बात है वह जनता से जुड़ा हुआ मामला होता है ऐसे ही एक मामले में नईगढी विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत एक मामला निकलकर सामने आया था जो लव जिहाद से जुड़ा हुआ था विधायक जी प्रयागराज में थे वहां से सीधे पहुंच गए अपनी विधानसभा छोड़कर दूसरे की विधानसभा में और बैठ गए धरने पर थाना पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की लड़ाई लड़ने के नाम पर विधायक जी ने कहा परिवार 29 अक्टूबर से 17 जनवरी तक सात बार अलग-अलग शिकायत कर चुका है लेकिन उसकी नहीं सुनाई जा रही मैं कर्म क्षेत्र में हूं धर्म क्षेत्र को छोड़कर जब भी मेरी जनता मुझे याद करेगी मैं अपना कर्म करने पहुंच जाऊंगा बस फिर क्या था अपनी विधानसभा में दूसरे विधायक की एंट्री को देखकर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम बेहद नाराज हो गए.
क्या कहा गिरीश गौतम, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने
अपनी विधानसभा में जैसे ही दूसरे क्षेत्र के विधायक को, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने देखा, बेहद आग बबूला हो गए. उन्होंने कहा क्या विधायक का काम साक्ष्य इकट्ठा करना है? विधायक के हाथ में कोई साक्ष्य होता है तो, वह सीक्रेट नहीं होता. उसे सार्वजनिक कर देना चाहिए. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, अपने क्षेत्र के मामले सुलझाने चाहिए, हनुमान के पास पटेल संप्रदाय के लोगों ने ब्राह्मण परिवार की कई एकड़ जमीन पर कब्जा कर रखा है. तहसीलदार को आदेश है, पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में उसको हटाया जाए. आज तक क्यों नहीं हटाए गया. क्योंकि वह एक विशेष जाति के लोगों ने कर रखा है. कल अगर मुझे वहां बुलाया गया मैं जाऊंगा, फिर क्या होगा. न्यायालय का फैसला है. इससे बड़ा सबूत क्या चाहिए, इस तरीके से काम करने वाले लोगों का वजूद ही खत्म हो जाता है. हमारी बिरादरी का गड़बड़ करे तो हम नहीं खड़े हो, जनता इस बात को अच्छी तरीके से समझती है. पिछले दिनों हमने थाना प्रभारी और एसपी से कहा था, इस मामले में कार्यवाही करिए. उन्होंने कार्यवाही की थी, लड़की अपने पिता के घर नहीं जाना चाहती तो उसे वन स्टाफ सेंटर में रखा गया था. प्रेशर देकर अधिकारी कर्मचारियों से काम नहीं करवाया जा सकता. अधिकारी डर कर काम करेंगे तो काम कैसे होगा, सवाल यह है, दूसरे की विधानसभा में कैसे आए. हमारा एक संगठन है, यहां काम करता है. विधायक हैं, हर आदमी को अपने क्षेत्र में काम करना चाहिए. पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने मऊगंज विधायक को इशारो ही इशारों में कह डाला. यह कोई जेम्स बॉन्ड है, या शक्तिमान हो गए. कहीं भी चले जाएंगे, कल हम जाएंगे, खटखरी तो क्या होगा. अब देखते हैं, प्रशासन कैसे काम नहीं करता है. मैंने प्रशासन को 10 दिन का समय दिया है. 10 दिन में कार्यवाही करो, विधायक कोई अदालत नहीं है.
क्या होगा मऊगंज में
रीवा जिले और मऊगंज जिले की बात की जाए तो, यहां पर भारतीय जनता पार्टी में फिलहाल सब कुछ सामान्य नहीं दिखाई दे रहा. जिस तरीके से आरोप प्रत्यारोप का दौरा विधायकों के बीच में जारी है. उसको देखकर लगता है, कभी भी कोई भी बड़ा तूफान राजनीतिक रूप से देखने में नजर आएगा. पूरे मामले को लेकर हाई कमान भी चुप्पी साधे हुए हैं, विधायकों के क्रियाकलाप को देखकर ऐसा ही लगता है. हम पूरी तरीके से मऊगंज पर नजर बनाकर रखेंगे. और जो भी होगा आप तक जरूर पहुंचायेगे.
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