Rewa Today Desk : सतना, मध्य प्रदेश — भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सतना जिले के पूर्व जिलाध्यक्ष सतीश शर्मा को पार्टी की मूल सदस्यता से निष्कासित कर दिया है। यह कार्रवाई पार्टी हाईकमान के निर्देश पर की गई, जब एक महिला ने उनके खिलाफ छेड़खानी, मानसिक उत्पीड़न और जान से मारने की धमकी जैसे गंभीर आरोप लगाए।
महिला ने कोलगवां थाने में की शिकायत, कई वर्षों से कर रहे थे प्रताड़ित
पीड़िता, जो सतना शहर के कोलगवां थाना क्षेत्र की निवासी है, ने आरोप लगाया कि पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष उन्हें पिछले 3-4 वर्षों से मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं और बार-बार जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। महिला के मुताबिक, शर्मा ने कई बार उनके घर जाकर भी उन्हें धमकाया है।
महिला ने दावा किया कि उसके बच्चे भी इस उत्पीड़न के प्रत्यक्षदर्शी हैं। शिकायत के अनुसार, सतीश शर्मा अपने राजनीतिक रसूख का इस्तेमाल कर पीड़िता को डराने-धमकाने की कोशिश कर रहे थे।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ मामला, व्हाट्सएप चैटिंग भी आई सामने
यह मामला सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें कथित तौर पर सतीश शर्मा की महिला के साथ अश्लील व्हाट्सएप चैटिंग के स्क्रीनशॉट शामिल हैं। इन सबके बीच भाजपा ने कड़ा रुख अपनाते हुए शनिवार को एक पत्र जारी कर उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया।
सतीश शर्मा की सफाई: आरोप निराधार, छवि खराब करने की साजिश
सतीश शर्मा ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह सब एक पूर्व नियोजित साजिश है। उन्होंने महिला पर ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी छवि धूमिल करने के उद्देश्य से यह झूठा केस दर्ज कराया गया है।
गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब सतीश शर्मा पर किसी महिला ने गंभीर आरोप लगाए हों। कुछ माह पहले भी वह एक महिला पार्टी कार्यकर्ता के साथ अश्लील चैटिंग को लेकर विवादों में आ चुके हैं। उसी घटना के बाद से वह दोबारा जिलाध्यक्ष बनने की दौड़ से बाहर हो गए थे।
पुलिस जांच में जुटी, पार्टी ने लिया सख्त एक्शन
कोलगवां पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी है। दूसरी ओर, भाजपा की कार्रवाई से स्पष्ट संकेत मिलता है कि पार्टी इस तरह के मामलों में अब ‘जीरो टॉलरेंस पॉलिसी’ अपना रही है।
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