Rewa Today Desk मुंबई: महाराष्ट्र के राज्यपाल और राज्य विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति सी.पी. राधाकृष्णन ने विश्वविद्यालय और कॉलेज शिक्षकों की नियुक्ति के लिए ‘पूर्ण रूप से योग्यता आधारित और पारदर्शी प्रणाली’ विकसित करने की आवश्यकता पर जोर दिया है।
उन्होंने कहा कि शिक्षण एक महान पेशा है और चयन प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी और दक्षता पर आधारित होना चाहिए।राज्यपाल ने यह बात मंगलवार (7 जनवरी) को मुंबई विश्वविद्यालय के 168वें वार्षिक दीक्षांत समारोह में कही। यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय परिसर के कावसजी जहांगिर हॉल में आयोजित किया गया।राज्यपाल ने बताया कि उन्होंने विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को वार्षिक अकादमिक कैलेंडर तैयार करने और उसका सख्ती से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
कहा कि विश्वविद्यालयों के दीक्षांत समारोह परीक्षा परिणाम घोषित होने के एक महीने के भीतर आयोजित किए जाने चाहिए।इस अवसर पर महाराष्ट्र के मंत्री चंद्रकांत पाटिल और मंगल प्रभात लोढ़ा, भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव प्रो. अभय करंदीकर, अमेरिका की सेंट लुइस यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष डॉ. फ्रेड पेस्टेलो, मुंबई विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रविंद्र कुलकर्णी, प्रो-वाइस चांसलर अजय भामरे, अन्य अधिकारी, स्नातक छात्र और आमंत्रित अतिथि उपस्थित थे।समारोह में कुल 1,64,465 छात्रों को डिग्रियां प्रदान की गईं। इनमें 401 छात्रों को पीएचडी डिग्री दी गई और 18 छात्रों को स्वर्ण पदक प्रदान किए गए।
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