Rewa Today Desk :मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय के कृषि वैज्ञानिक डॉ. आरएस सेंगर मानते हो काले गेहूं की प्रजाति (नाबी एमजी) में आयरन, जिंक और एंटी ऑक्सीडेंट सामान्य गेहूं की प्रजातियों के मुकाबले काफी ज्यादा होता हैं। इसका बीज भी काफी महंगा बिकता आमतौर पर बाजार में इसकी कीमत छह से नौ हजार रुपये प्रति क्विंटल होती है।
कब बोया जाता है प्रदेश में गेहूं की पैदावार के लिए बुवाई नवंबर 6 दिसंबर महीने के बीच होती है उसी दौरान काले गेहूं की भी बुवाई किसान कर सकता है। रिसर्च के हिसाब से दिसंबर में इसकी बुवाई करने पर गेहूं की पैदावार मैं तीन से चार क्विंटल प्रति हेक्टेयर और जनवरी में बुवाई करने पर चार से पांच क्विंटल प्रति हेक्टेयर की उपज में कमी आ सकती है। आमतौर से काले गेहूं की प्रजाति का उत्पादन 10 से 12 क्विंटल प्रति बीघा हो सकता है।
कहां खोजा गया कहां हुई रिसर्च गेहूं के उत्पादन के लिए पंजाब जाना पहचाना प्रदेश है यहां के किसान नई-नई तकनीकी की इजाद करते हैं इसी पंजाब के मोहाली में काले गेहूं की नस्ल तैयार की गई काले गेहूं में ऐसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं जो सामान्य पीले गेहूं में नहीं पाए जाते जिसकी वजह से यह ज्यादा फायदेमंद हो जाता है काला गेहूं मोहाली स्थित नेशनल एग्री फूड बायोटेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट की देन है क्या है लाभ मीडिया रिपोर्ट के अनुसार वैज्ञानिक डॉ. आर एस सेंगर बताते हैं, काले गेहूं में सामान्य पीले गेहूं के मुकाबले एंटी ग्लूकोज माने जाने वाले तत्व बेहद ज्यादा होते हैं। जिसकी वजह से यह आज की सबसे प्रचलित बीमारी शुगर के मरीजों के लिए रामबाण साबित होता है। शरीर के ब्लड सर्कुलेशन को सामान्य रखने के काम आता है।
काले गेहूं में ट्राइग्लिसराइड जैसे तत्वों की मौजूदगी होने के कारण इसका सेवन करने वाला दिल की बीमारियों से बच सकता है पीले गेहूं की रोटी खाने वाले के मुकाबले काले गेहूं की रोटी खाने वाले को दिल की बीमारी का खतरा कम होता है। काले गेहूं में मैग्नीशियम काफी उच्च मात्रा में पाया जाता है जिसकी वजह से शरीर में कोलेस्ट्राल का स्तर सामान्य बना रहता है। काले गेहूं के एक्सपर्ट मानते हैं काले गेहूं के नियमित सेवन से शरीर को सही मात्रा में फाइबर प्राप्त होता है, जिससे पेट के रोगों में लाभ मिलता है। इसमें मौजूद फास्फोरस तत्व शरीर में नए ऊतक बनाने के साथ उनके रखरखाव में अहम भूमिका निभाते हैं।
काले गेहूं में क्या-क्या पाया जाता है
काले गेहूं को डिफाइन किया जाए तो उसके अंदर अगर हम प्रति 100 ग्राम में पोषक तत्व की बात करें तो उसमें कैलोरी 343, पानी 10 प्रतिशत, प्रोटीन 13.3 ग्राम, कार्बन 71.5 ग्राम, शर्करा 0 ग्राम, फाइबर 10 ग्राम और वसा 3.4 ग्राम पाया जाता है शक्कर की मात्रा जीरो होने का मतलब कोई भी आसानी से समझ सकता है शुगर के पेशेंट के लिए सर्वाधिक लाभप्रद
कहां हो रही सर्वाधिक काले गेहूं की खेती पंजाब से निकलकर इस समय पहुंच गया है काला गेहूं पश्चिमी यूपी के किसानों के बीच इस इलाके के किसान मुजफ्फरनगर, हापुड़ के अलावा मेरठ, गाजियाबाद और बागपत में काले गेहूं की खेती की और तेजी से रुख कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश और पंजाब की सरकारी इसको बढ़ावा देने लिए किसानों को कृषि विज्ञान केंद्रों के माध्यम से जागरूक कर रही है। मानकर चला जा सकता है जिस तरीके से काले गेहूं की फसल को बढ़ावा दिया जा रहा है पश्चिमी यूपी में अगले वर्ष तक काफी बीज उपलब्ध हो जाएगा। ऑनलाइन बिक रहा काला गेहूं आज की तारीख में हर व्यक्ति के हाथ में मोबाइल है देश दुनिया की खबर रखता है जिस तेजी से और काफी महंगी दर पर ऑनलाइन काले गेहूं की बिक्री हो रही है किसानों के लिए एक फायदे का सौदा हो सकता है। आज की तारीख में हर आदमी जागरूक है ऑनलाइन खरीद कर गेहूं खा रहा है जिसे काला गेहूं कहते हैं।
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