Rewa Today Desk : बेरोजगारी किसी भी देश के विकास में प्रमुख बाधाओं में से एक है, शिक्षा का अभाव, रोजगार के अवसरों की कमी और प्रर्दशन संबंधी समस्याएं है। जो बेरोजगारी का कारण बनती है। देश की जनसंख्या में तेजी से होती वृद्ध बेरोजगारी में से एक प्रमुख कारण है कुटीर उद्योग में उत्पादन काफी गिर गया हैं और इस वजह से कई कारीगर बेरोजगार हो गयें है। भारत में बेरोजगारी प्रच्छन्न, खुले, शिक्षित मौसमी और आस्मिक बेरोजगारी सहित कई श्रेणियों में विभाजित की जा सकती है।nवर्ष 2015-16 में बेरोजगारी की दर महिलाओं के लिए 8,7प्रतिशत हुई और पुरूषों के लिए 4,3 प्रतिशत हुई। सरकार को रोजगार सृजन के लिए और अधिक रणनिति करने की जरूरत है। भारत सरकार द्वारा जवाहर रोजगार योजना सूखा प्रवण क्षेत्र कार्यक्रम डीपीएपी स्वरोजगार लघु और कुटीर उद्योग रोजगार योजना आदि की शुरूआत करनी चाहिए।
भारी जनसंख्या के कारण होने के कारण भारत कई प्रकार की समस्या से घिरा हुआ है। उन में से बेरोजगारी की समस्या सरकार और प्रजा दोनों की नींद उड़ाकर रख दी है। बेरोजगारी किसी भी देश की विकास में बाधा है। बेरोजगारी अपने साथ गरीबी तथा दरिद्रता जैसी कई ओर समस्या को जन्म देती है। जैसी व्यक्ति को उसकी योग्यता के अनुसार रोजगार न
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