शिकायतों पर कार्रवाई न करने वाले एल-1 अधिकारियों का वेतन रोका जाएगा: कलेक्टर प्रतिभा पाल
Rewa Today Desk: कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने सोमवार को टीएल (टाइम लिमिट) बैठक के दौरान सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों की विभागवार समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि लंबित शिकायतों का संतोषजनक निराकरण सुनिश्चित किया जाए और शिकायतों का फीडबैक समय पर पोर्टल पर अपडेट किया जाए।
लापरवाह अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई
कलेक्ट्रेट के मोहन सभागार में आयोजित इस बैठक में कलेक्टर ने शिकायतों को अनदेखा करने वाले अधिकारियों के प्रति कड़ी नाराजगी जाहिर की। नगर पालिका अधिकारी के.एन. सिंह और डॉ. यत्नेश त्रिपाठी का वेतन तत्काल प्रभाव से रोकने के निर्देश दिए गए। उन्होंने स्पष्ट किया कि शिकायतों को नजरअंदाज करने वाले एल-1 अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
शिकायतों के निराकरण पर विशेष जोर
कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि लंबित शिकायतों को फोर्स क्लोज करने के बजाय शिकायतकर्ताओं से संपर्क कर उनका संतोषजनक समाधान सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी कहा कि विभाग अपनी ग्रेडिंग सुधारें और शिकायतों को प्राथमिकता से निपटाएं।
राजस्व महाअभियान की समीक्षा
कलेक्टर ने राजस्व महाअभियान की प्रगति की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि आरसीएमएस (राजस्व प्रकरण प्रबंधन प्रणाली) में दर्ज सभी नए मामलों का समय सीमा के भीतर निराकरण किया जाए। समय सीमा से अधिक लंबित मामलों में संबंधित अधिकारियों पर जुर्माना लगाया जाएगा।
उन्होंने आधार ईकेवाईसी, किसान रजिस्ट्रेशन, नक्शा सुधार, और पीएम किसान योजना के लंबित मामलों में तेजी लाने के लिए भी कहा। जिन गांवों में अधिक मामले लंबित हैं, वहां कैंप आयोजित करने के निर्देश दिए। इन कैंपों की निगरानी संबंधित एसडीएम द्वारा की जाएगी।
जनकल्याण अभियान और तकनीकी ऋण मान्यता पर निर्देश
कलेक्टर ने जनकल्याण अभियान के तहत आयोजित शिविरों की समीक्षा करते हुए कहा कि शिविर के बाद सभी प्रकरणों की प्रगति पोर्टल पर दर्ज की जाए। तहसीलों में लंबित प्रकरणों का जल्द से जल्द निराकरण सुनिश्चित किया जाए।
तकनीकी ऋण मान्यता की बैठक में कृषि, उद्यानिकी, और मत्स्य पालन विभागों ने जिला सहकारी बैंक के समन्वय से प्रस्तावित तकनीकी ऋण को स्वीकृति दी।
खनिज विभाग पर विशेष चर्चा
खनिज विभाग की जिला टास्क फोर्स बैठक के दौरान कलेक्टर ने खनिज रॉयल्टी के भुगतान में तेजी लाने के निर्देश दिए। बैठक में नगर निगम आयुक्त डॉ. सौरभ सोनवणे, सभी एसडीएम, तहसीलदार, जनपद सीईओ और अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि शिकायतों और लंबित प्रकरणों के समाधान में देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारी निभाने और जिले की प्रगति में सक्रिय भूमिका निभाने की सख्त हिदायत दी।
Leave a comment