Rewa Today Desk तिब्बत में सोमवार देर रात आए 6.8 तीव्रता के भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। स्थानीय प्रशासन ने अब तक 95 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है, जबकि सैकड़ों लोग घायल बताए जा रहे हैं। भूकंप का केंद्र तिब्बत के पहाड़ी क्षेत्र में था, जिससे आसपास के गांव और शहर बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।
भूकंप का असर और नुकसान
भूकंप के कारण कई इमारतें धराशायी हो गईं, और सड़कें टूटने के कारण कई इलाकों में संपर्क पूरी तरह से टूट गया है। भूस्खलन की घटनाओं ने राहत कार्यों को और अधिक चुनौतीपूर्ण बना दिया है। तिब्बत के शिगात्से और ल्हासा जैसे शहरों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए, जहां कुछ जगहों पर इमारतों में दरारें आई हैं।
राहत और बचाव कार्य जारी
चीन की सरकार ने प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए हैं। सैकड़ों राहतकर्मी, मेडिकल टीमें, और बचाव दल प्रभावित इलाकों में तैनात किए गए हैं। हेलिकॉप्टर और भारी मशीनरी का उपयोग करके फंसे हुए लोगों को निकाला जा रहा है।
चीन के भूकंप प्रबंधन विभाग ने आपातकालीन अलर्ट जारी कर दिया है और स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिया है कि राहत सामग्री और अस्थायी शरण स्थलों की व्यवस्था की जाए।
बिजली और संचार सेवाएं बाधित
भूकंप के कारण कई प्रभावित इलाकों में बिजली और संचार सेवाएं ठप हो गई हैं। सरकार ने प्राथमिकता के आधार पर इन सेवाओं को बहाल करने के लिए काम शुरू कर दिया है।
भारत के पूर्वोत्तर और नेपाल में भी महसूस हुए झटके
भूकंप के झटके भारत के सिक्किम, पश्चिम बंगाल, और बिहार के कुछ हिस्सों में भी महसूस किए गए। नेपाल में भी हल्के झटके दर्ज किए गए, लेकिन किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है।
तिब्बत में बार-बार आ रहे भूकंप: विशेषज्ञों की चेतावनी
भूगर्भ वैज्ञानिकों का कहना है कि तिब्बत और हिमालय क्षेत्र में टेक्टोनिक प्लेटों की सक्रियता के कारण इस क्षेत्र में बार-बार भूकंप आ रहे हैं। विशेषज्ञों ने स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहने और भूकंप-रोधी इमारतों के निर्माण पर जोर देने की सलाह दी है।
तिब्बत में भूकंप के कारण हुई इस भीषण त्रासदी ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। राहत कार्य जारी है, और प्रशासन स्थिति को सामान्य करने की हर संभव कोशिश कर रहा है।
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